कार्यक्रम के बारे में

छात्र अपने प्राकृतिक और सामाजिक वातावरण के साथ संरचित बातचीत, अन्वेषण, अनुभवों और अवलोकनों की चर्चा, बातचीत के माध्यम से पर्यावरण के बारे में सीखते हैं वयस्कों और साथियों, उदाहरणों, कार्य-उन्मुख गतिविधियों, संरचित अवलोकनों और यात्राओं के साथ।

राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2022.

विप्रो अर्थियन एक राष्ट्रीय स्तर की पहल है जिसे विप्रो फाउंडेशन द्वारा वर्ष 2013 से देशभर के विद्यालयों और कोलेजों में सस्टेनेबिलिटी शिक्षण को बढ़ावा देने के लिए संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आपके विद्यालय में अधिक अर्थपूर्ण सस्टेनेबिलिटी शिक्षण, विषय के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना और जीवन व शिक्षा
के विभिन्न अंतरसंबंधों की समझ को विकसित करना है। यह विद्यालयों, शिक्षकों और विद्यार्थियों को अपने जीवन और समाज को और भली-भांति जानने में मदद करेगा।

"पर्यावरण मित्र" टिकाऊ विकास एवं जलवायु परिवर्तन शिक्षा पर आधारित एक राष्ट्रीय पहल है जिसे पर्यावरण शिक्षण केंद्र (सी. ई.ई.) द्वारा वर्ष 2010 से संचालित किया जा रहा है। इसके तहत देशभर के विद्यालयों में युवा नेतृत्वकर्ताओं का एक नेटवर्क तैयार किया गया है जिसके तहत विद्यार्थियों को पर्यावरण एवं टिकाऊ विकास के मुद्दों के बारे में सीखने का अवसर प्रदान किया जाता है जिसमें वे स्वयं खोजने, पता लगाने, सोचने, कदम उठाने और परिणामों को साझा करने की दिशा में कार्य करतें हैं ।

विप्रो फाउंडेशन और सी.ई.ई. द्वारा पर्यावरण शिक्षा और सस्टेनेबिलिटी शिक्षण को विद्यालयों में ले जाने के लिए विप्रो के अर्थियन एवं सी.ई.ई. के पर्यावरण मित्र कार्यक्रम के तहत साझा सहयोग से काम करने के लिए साथ आयें हैं । इस साझा सहयोग के अंतर्गत यह कार्यक्रम सीधे तौर पर छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल के विद्यालयों में और ऑनलाइन माध्यम से राष्ट्रीय नेटवर्क के स्कूलों में लागू किया जा रहा है।  इस कार्यक्रम में देशभर से कोई भी विद्यालय इसमें भाग ले सकता है।